प्यार की जीत (कहानी)

जापान में कोगावा नाम के व्यक्ति रहते थे। जो की जापान के गांधी कहे जाते है। वे रात को गहरी निद्रा में सो रहे थे। अचानक से कुछ ध्वनि हुई। उनकी आँखें खुल गयी। उन्होंने देखा उनके घर में चोर आये हुए है। वे बिल्कुल भी नही घबराये। वे उठे और शांति से चोर के पास चले गए। चोर ने चाकू निकाला और उनको डराते हुआ बोला-" शोर किया तो मार डालूँगा।" ऐसा सुन कर भी उनके चेहरे पर किसी भी प्रकार की शिकन नही थी। वे बड़े शांत भाव से बोले -"आपको मारना है तो मार दीजिये,और जो ले जाना हो वो ले जाइये, मुझे मालूम है यह सब कार्य आप शौख से नही करते।" यह सब सुन कर चोर अचरझ में पड़ गया। मनन करने लगा आखिर इसे क्यों मेरी चिंता है? चोर ने कड़े शब्दों में कहा -"हमें बेवकूफ मत बनाओ, लाओ सब सोने के सामान मुझे दे दो ,नही तो यही मार दूंगा।" वे गए और सारे मूल्यवान सामान ला कर दे दिया। जब चोर जाने लगा तो कोगावा ने रोका-"ठहरो मित्र, आप इसके बिल तो भूल ही रहे हो।" वे गए और अंदर से बिल ला कर दे दिया।
         चोर निस्तब्ध था, ये सारी बातें उसे समझ में नही आ रही थी। एका एक उसे ऐसा लगा की ये भी हमारी तरह चोर है । उससे रहा नही गया ,चोर ने उनका नाम पूछा। उन्होंने अपना नाम कोगावा बताया। उस समय ये जापान के गांधी कहे जाते थे ,और बहुत ही प्रसिद्ध थे। चोर ने भी उनका नाम सुना था। कोगावा बोले -" मारने वाला तो यहां कोई नही है, मारने वाला तो मात्र एक ईश्वर है ,और यहाँ की सारी वस्तुएं नश्वर है ,यह किसी कार्य लायक नही है।" इतना सुनकर वह भावुक हो गया और क्षमा मांगी।

          दोस्तों ,प्रेम में असीम शक्ति है । गुस्सा, नफरत ,लड़ाई से हम केवल अपने (वाह्य) झूठे मन पर ही विजय प्राप्त कर सकते है, नही तो इस दुनिया ने प्रेम से बढ़ कर ताकतवर , कोई ताकत नही है। प्यार से पूरे संसार को जीत जा सकता है।

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