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जय विश्वास
आखों में ऊँचे सपने,
दिल में संघर्ष है अपने,
मिलकर विश्वास बढ़ा,
जो उन रास्तो पे चल चुके है,
जो कुछ बन चुके है,
अब लक्ष्य की सीमा तोड दी है,
अब वहाँ तक चलूंगा,
जहा तक लक्ष्य की अनन्तता हो।
- जय विश्वास
-विकास पाण्डेय
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