थॉमस एल्वा एडीसन के प्रेरणाप्रद कथन





जन्म  :  थॉमस अल्वा एडीसन11 फ़रवरी 1847
मिलान, ओहायो, संयुक्त राज्य अमेरिका (U.S.A) में
मृत्यु : अक्टूबर 18, 1931 (उम्र 84)
वेस्ट ऑरेंज न्यू जर्सी, संयुक्त राज्य अमेरिका (U.S.A) में
राष्ट्रीयता  : अमेरिकी
शिक्षा  :  स्कूल छोड़ दिया
व्यवसाय  : आविष्कारक, व्यापारी
धर्म : देववादी
जीवनसाथी  :  मैरी स्टिलवेल (वि॰ 18711884)
मीना मिलर (वि॰ 18861931)
संतान  : मैरियन एस्टेल एडीसन (18731965)
थॉमस अल्वा एडीसन जूनियर (18761935)
विलियम लेस्ली एडीसन (18781937)
मेडेलीन एडीसन (18881979)
चार्ल्स एडीसन (18901969)
थिओडर मिलर एडीसन (18981992)
माता - पिता : सामुएल ओगडेन एडीसन जूनियर. (18041896)
नैन्सी मैथ्यू इलियट (18101871)
रिश्तेदार : लुईस मिलर (ससुर)




  • हमारी सबसे बड़ी कमजोरी हार मान लेना ही है, सफल होने का सबसे निश्चित तरीका है, निरंतर एक और बार प्रयास करना होता है।




  • मैं असफल नहीं हुआ हूँ, मैंने बस 10,000 ऐसे तरीके खोज लिए हैं जो कार्य ही नहीं करते थे।





  • अधिकतर लोग अवसर गँवा देते हैं क्योंकि ये चोंगा पहने हुए होता है, और कार्य जैसा दिखता है।





  • जीवन में असफल हुए कई लोग वे होते हैं, जिन्हें इस बात का आभास तक नहीं होता कि जब उन्होंने हार मान ली थी, तो वे पहले ही सफलता के कितने करीब आ चुके थे।





  • प्रतिभा एक प्रतिशत प्रेरणा और निन्यानबे प्रतिशत  स्वयं की मेहनत और पसीना है।





  • व्यस्त होने का मतलब सदैव वास्तविकता में काम होना नहीं है।





  • यदि हम हर वो हर कार्य कर दें, जिसके हम सक्षम हैं , तो सचमुच हम खुद को चकित कर सकेंगे।





  • आविष्कार हेतु, आपको एक अच्छी कल्पनाशीलता और कबाड़ के ढेर की आवश्यकता होती है।





  • अहिंसा उच्च नैतिकता तक ले जाती है, जो कि क्रमिक विकास का लक्ष्य है, जब तक हम अन्य सभी जीवित प्राणियों को नुकसान पहुंचाना नहीं छोड़ते, तब तक हम जंगली स्वरुप हैं।





  • कुछ भी नई युक्ति हासिल करने के लिए तीन महत्त्वपूर्ण चीजें आवश्यक हैं - कड़ी मेहनत , दृढ़ता , और कॉमन सेन्स।





  • कड़ी मेहनत का कोई अन्य विकल्प नहीं होता है।





  • बस इसलिए कि कोई चीज वो नहीं करती जिस चीज के लिए आपने उसे बनाया था,  इसका ये अर्थ नहीं की वो व्यर्थ है।





  • मैंने अपने जीवन में एक भी दिन कार्य नहीं किया, ये सब मनोरंजन मात्र ही था।





  • व्याकुलता - असंतोष है, और असंतोष प्रगति की पहली आवश्यकता है, आप मुझे कोई पूर्ण रूप से संतुष्ट मनुष्य दिखाइए, और मैं आपको एक असफल व्यक्ति के दर्शन करा दूंगा।




  • असंतोष, प्रगति की पहली आवश्यक जननी है।





  • आपका मूल्य इसमें है, कि आप क्या हैं ?  इसमें नहीं कि आपके पास क्या है और आप कितने धनी हैं।





  • कोई भी चीज जो बिके ना , मैं उसका आविष्कार नहीं करना चाहूँगा। उसका बिकना ही उपयोगिता का प्रमाण है, और उपयोगिता ही सफलता है।





  • मैंने कुछ भी दुर्घटनावश नहीं किया,  ना ही मेरे कोई आविष्कार दुर्घटना की वजह से हुए,  वे मष्तिष्क में उत्पन्न आवश्यकता की भावना से आये।





  • प्रौढ़ता अक्सर युवावस्था से अधिक बेतुकी होती है और कई बार युवाओं पर अन्यायपूर्ण भी होती है।





  • साहसी बनें, मैंने व्यापार में मंदी के कई दौर देखे गयें हैं, हमेशा अमेरिका इनसे और अधिक शक्तिशाली और समृद्ध होकर निकला है, अपने पूर्वजों की तरह बहादुर बनें, विश्वास रखो ! आगे बढ़ो !





  • मुझे इस तथ्य पर सदैव अभिमान है कि मैंने कभी भी हत्या करने के लिए हथियारों का आविष्कार कभी नहीं किया।





  • शरीर का मुख्य कार्य मस्तिष्क को इधर -उधर गति करना है।





  • सबसे अच्छी सोच एकांत में की गयी होती है, और सबसे बेकार उथल-पुथल के माहौल में की गयी होती है।





  • जो मनुष्य का मष्तिष्क बना सकता है, उसे मनुष्य का चरित्र  भी नियंत्रित कर सकता है।





  • किसी विचार का मूल्य उसके उपयोगिता और उपयोग में निहित है।





  • इसे करने का एक बेहतर तरीक है,- उसे खोजते रहो।





  • आप जो भी हैं, वो आपके काम में प्रदर्शित होता है।





  • महान विचार मांसपेशियों में उत्पन्न हुआ करतें हैं।






  • मैं वहां से शुरू करता हूँ, जहाँ से अन्तिम मनुष्य ने छोड़ा था।





  • मैं जानता हूँ, ये विश्व अनंत बुद्धि द्वारा शासित होती है, हमारे आस -पास जो कुछ भी है जिस किसी चीज का भी अस्तित्व है - सत्यापित करता है कि उसके पीछे असंख्य नियम हैं। इस तथ्य से इनकार नहीं किया जा सकता कि ये अपनी सटीकता में गणितीय है।





  • हम किसी चीज के एक परसेंट के दस लाखवें हिस्से के बारे में भी  पूरी तरह नहीं जानते हैं।





  • एक अद्भुत विचार चाहते हो, तो ढेर सारे विचार करें।





  • जब मैं पूरी तरह से निश्चित हो जाता हूँ कि कोई परिणाम प्राप्त करने योग्य है, तो मैं आगे बढ़ता हूँ, और परीक्षण पर परीक्षण करता चला जाता हूँ, जब तक की वह अपने वास्तविक स्थिति में ना आ जाये ना।





  • जितनी अधिक योग्यता होती है, उससे कहीं अधिक अवसर हैं।






  • मैं अपनी सबसे बड़ी प्रसन्नता और अपना पुरस्कार उस कार्य में पा लेता हूँ, जो उससे पहले आता है जिसे दुनिया सफलता  का नाम देती है।






  • लगभग हर व्यक्ति जो किसी विचार को विकसित करता है, उस पर तब तक काम करता है जब तक वो असंभव न लगने लगे, और तब वो निराश हो जाता है, जब उसे निराश नहीं होना था।





  • पांच प्रतिशत लोग विचारतें हैं,  दस प्रतिशत लोग सोचते हैं कि वे उचित विचार करतें हैं, और बचे पचासी प्रतिशत लोग सोचने से ज्यादा मृत्यु को पसंद करते हैं।





  • जब आपने सभी संभावनाओं को समाप्त कर दिया है, तब याद रखिये आपने, कार्य उचित प्रयास के साथ नहीं किया है।





  • कार्यान्वयन बिना दृष्टिकोण भ्रम मात्र है।





  • हमेशा एक बेहतर तकनीकी अवश्य होती है।





  • हर कार्य के लिए समय निर्धारित है।





  • समस्या, एक बार समाधान मिलने के बाद सरल हो जाती है।






  • मैं ये ज्ञात कर लेता हूँ कि विश्व को क्या आवश्यकता है, फिर मैं उसका निरंतर आविष्कार करने का प्रयास करता रहता हूँ।





  • सभी प्रकार के ग्रंथ और बाइबिल मनुष्य द्वारा ही बनायीं गयी हैं।





  • प्रकृति ही वास्तव में मनोरम और अद्भुत है। केवल मनुष्य मात्र ही वास्तव में ईमानदार नहीं  है।





  • हम विद्युत तकनीकी को इतना सस्ता बना देंगे कि केवल धनी ही मोमबत्तियां जलाया करेंगे।





  • वहां पर सभी मनोरम है।



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