ज्ञान की सीख
ज्ञान की सीख बहुत पहले की बात है । एक परिवार ने अपने बालक को पढाई के लिए आश्रम भेजा । बालक गुरु के आश्रम में पहुँच गया , उसने गुरुकुल में प्रवेश लिया और अध्ययन करने लगा । उसे अध्ययन करते हुए एक साल बीत गये , पर उसको कुछ भी समझ में नही आया , जब उसकी परीक्षा हुई तो वह परीक्षा में फेल हो गया । गुरु जी ने उसे खूब समझाया – तुम मेहनत करो , तुम खूब मेहनत करो , तभी तुम ज्ञान प्राप्त कर पाओगे । गुरु जी के कथनानुसार वह बालक पुनः पढने के लिए तैयार हो गया । पुनः वह अध्ययन में लग गया । अध्ययन करते करते उसे एक साल फिर से बीत गये , लेकिन उसे एक अक्षर भी समझ में नहीं आया । कितना भी मेहनत करता लेकिन उसके समझ में कुछ भी नही आता और आने वाली परीक्षा में वह पुनः असफल रहा । मन से दुखी हो कर , वह घर की ओर चल पड़ा और अचानक रास्ते में उसके मन में विचार आया - एक बार जाने से पूर्व मैं गुरु जी से मिल लूं । वह गुरु जी के आश्रम की ओर चल पड़ा